खुद्दारी

ये बेरुखी नहीं, हमारी खुद्दारी है।
हो काबिल तुम भी, और हममें भी तजुर्बेकारी है ।
साथ चलना, इतना भी तो मुश्किल नहीँ,
मान लो गर तरक्की में तुम्हारी,
हमारी भी कुछ हिस्सेदारी है।

This Post Has 2 Comments

  1. Priyadarshi

    क्या बात कही है आपने
    वाह

  2. geetanjali

    बहुत खूब कहा

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