खुद के लिए Post author:Garima Post published:22/04/2021 Post category:Uncategorized जीवन यदि किताब है तो,कुछ पन्ने खुद के लिए भी हों।कुछ खुशबू हो प्यार की,कुछ एहसास हों सम्मान के,कुछ फिक्र हो, कुछ हँसी हो,कुछ जिक्र हो, जज्बात के।बेफिक्री हो और परवाह भी हो। You Might Also Like मन नहीं करता 17/04/2021 अभिव्यक्ति 10/04/2021 हारना लाजिम ही था 02/08/2021