एक बार
चलो एक बार, इंसा होके देखा जाय।न हो कि हम, बेहतर।और न ये, कि तुम कमतर।न हो कोशिश, औरों को आँकने की।और न ही उनके घरों में झाँकने की।चलो एक…
चलो एक बार, इंसा होके देखा जाय।न हो कि हम, बेहतर।और न ये, कि तुम कमतर।न हो कोशिश, औरों को आँकने की।और न ही उनके घरों में झाँकने की।चलो एक…
जीवन यदि किताब है तो,कुछ पन्ने खुद के लिए भी हों।कुछ खुशबू हो प्यार की,कुछ एहसास हों सम्मान के,कुछ फिक्र हो, कुछ हँसी हो,कुछ जिक्र हो, जज्बात के।बेफिक्री हो और…
अब मन नहीँ करता,हम अच्छे हैं या वो,जानने का अब, मन नहीँ करता।क्या पाया, क्या खोया,जानने का अब मन नहीं करता ।मुझसे जितना हुआ किया,कसौटी पर चढ़ने का, अब मन…
बस जाने दो,जब हाथों की अंजुरी पड़े छोटी,तो बस जाने दो।जब कहने को कुछ न हो,तो बस जाने दो।जब बातें चुक जाएं,तो बस जाने दो।जब गुस्से में खो जाएं पुराने…
अभिव्यक्ति ठीक है पर,औरों के लिए भी जगह हो।रास्ते रोके हैं तुमने, ठीक है,पर,किसी की भूख की वजह न हों।रास्ते बंद हैं, ठीक है, पर,किसी हकीम की डगर न हो,बैठे…
मेरे तजुर्बों को चुनौती मत दो,ये गूगल पर नहीं मिलते,चेहरे पे नजर आते हैं।तुम होगे माहिर अपने फन में,पर मेरे तजुर्बों से हार जाओगे।कुछ सीख लो हमसे,कुछ सबक ले लो,जीवन…
चलो ख्वाबों में रंग भरते हैं, कुछ बदमाशियां भी करते हैं। हमेशा खुद को सीमाओं में बांधना ठीक नहीं, यूँ ही, बस गुनगुनाते भर नही ऊँची आवाज में गाते हैं।…
हर दिन एक नयी तैयारी,हर दिन एक नया आयाम ,कुछ सुविधा में कुछ दुविधा में,भूले जीवन जीना हम।आभासी डर को सच माना,आज को नजरअंदाज किया ,कितने बेपरवाह हैं, इस छण…
हमारे सच हम तक ही रहें, लोगों में किस्सा न बने तो अच्छा है। लोग ढूंढ ही लेंगें आपके दर्द का वास्ता, अपने जख्मों को छुपा कर रखें तो अच्छा…
पिता -- जब मै छोटी थी ... तुम छत थे, जब मैं छोटी थी।तुम आँगन थे, जब मैं छोटी थी।वो जहाज कागज का था,पर बरसातों में चलता था।बांध हथेली अपनी,मुट्ठी…