ए दिल

ए दिल तू तिनका हो जा,
क्या पता कब सैलाब, आने वाला हो ।
भारी हुआ तो डूब जाएगा,
तेरा पत्थर होना न काम आएगा ।
ए दिल तू तिनका हो जा ।।