हर दिन

हर दिन एक नयी तैयारी,

हर दिन एक नया आयाम ,

कुछ सुविधा में कुछ दुविधा में,

भूले जीवन जीना हम।

आभासी डर को सच माना,

आज को नजरअंदाज किया ,

कितने बेपरवाह हैं, इस छण को जाने जो दिया|